Friday, 5 October 2012

50 लाख से 300 करोड़ कैसे हो गई रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति?

नई दिल्ली। टीम अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि 2007 से 2010 के बीच महज 3 साल में ही रॉबर्ट वाड्रा की संपत्ति 50 लाख से 300 करोड़ रुपये हो गई। उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ ने रॉबर्ट को बगैर ब्याज के लोन दिया वो भी पूरे 65 करोड़ रुपये का। इस पैसे से वाड्रा ने डीएलएफ के ही अलग-अलग प्रोजेक्ट में प्रॉपर्टी खरीदी।
खास बात ये कि डीएलएफ ने रॉबर्ट वाड्रा को काफी सस्ते दामों पर ये प्रॉपर्टी दी। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि वाड्रा की कुल पांच कंपनियां हैं जिन्होंने बिजनेस तो कोई नहीं किया लेकिन वो 300 करोड़ की हो गईं। साफ है कि डीएलएफ इन कंपनियों के जरिए वाड्रा को ये रकम देना चाहता था। सवाल है कि ऐसा क्यों? जवाब में टीम केजरीवाल ने आरोप लगाया कि हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान की कांग्रेस सरकारों ने डीएलएफ को बेशकीमती जमीन दी। केजरीवाल ने इशारों-इशारों में इसे एक-दूसरे को फायदा पहुंचाने का मामला बताया।
केजरीवाल ने शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि डीएलएफ ने प्रियंका गांधी के पति वाड्रा को पहले 65 करोड़ रुपये का ऋण दिया। फिर वाड्रा ने उसी पैसे से डीएलएफ की 35 करोड़ रुपये की सम्पत्ति सिर्फ पांच करोड़ रुपये में खरीदी। केजरीवाल के सहयोगी एवं प्रसिद्ध अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा कि आखिर क्यों डीएलएफ ने वाड्रा को बगैर ऋण व बगैर सुरक्षा राशि के यह रकम दी?
प्रशांत ने रजिस्ट्रार ऑफ इंडिया से मिले दस्तावेजों के आधार पर कहा कि वाड्रा ने 2007 में पांच कम्पनियों का निर्माण किया जिसकी निदेशक कुछ समय तक उनकी पत्नी प्रियंका गांधी भी थीं, हालांकि बाद में वह इससे हट गईं। वर्तमान में इस कम्पनी में वाड्रा एवं उनकी मां निदेशक थीं।
उन्होंने कहा कि वाड्रा की कंपनियों को पहले डीएलएफ ने सस्ता ऋण दिया और फिर इसके द्वारा अपनी सम्पत्तियों को कौड़ियों के मोल बेच दिया। भूषण ने आरोप लगाया कि वाड्रा को सस्ती जमीन देने के कारण दिल्ली एवं हरियाणा की सरकारों ने डीएलएफ के लिए भूमि अधिग्रहण किया। उन्होंने कहा कि हम इस पूरे मामले की जांच की मांग करते हैं।
वरिष्ठ वकील शांतिभूषण ने कहा कि सोनिया के दामाद हैं तो क्या उन्हें खुली छूट मिली हुई है? आखिर कौन करेगा उनके खिलाफ जांच। केजरीवाल ने कहा कि हम किस एजेंसी के पास शिकायत करें जो रॉबर्ट के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर सके। केजरीवाल ने कहा कि वे 10 अक्टूबर को इसी तरह एक और बड़ी शख्सियत के खिलाफ सबूत पेश करेंगे।

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