Friday 28 February 2020

...तो क्या अभी फायदेमंद नहीं है सुपर फास्ट इंटरनेट वाला 5G स्मार्टफोन खरीदना

नई दिल्ली. पहले 2G, इसके बाद 3G, 4G और अब 5G की शुरुआत हो चुकी है. दुनिया के साथ-साथ भारत के लोगों को भी सबसे आधुनिक नेटवर्क 5G का बेसब्री से इंतजार है. कयास लगाए जा रहे हैं कि दुनियाभर के कई हिस्सों में 5G सेवा को इस साल शुरू कर दिया जाएगा. लेकिन इस बीच भारतीयों के लिए सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर भारत में 5G सर्विस को कब शुरू किया जाएगा, क्योंकि अब 5G स्मार्टफोन्स की लॉन्चिंग का सिलसिला शुरू होने वाला है. इसी सप्ताह देश में दो 5G स्मार्टफोन्स लॉन्च होने वाले हैं. ऐसे में यह भी जानना जरूरी है कि मौजूदा समय में 5G स्मॉर्टफोन आपके लिए क्या मायने रखते हैं?

भारत में किसने लॉन्च किया है 5G स्मार्टफोन?
Realme और iQoo, ऐसी दो कंपनियां हैं जो भारत में सबसे पहले 5G स्मार्टफोन लॉन्च करने वाली हैं. दिलचस्प बात है कि इन दोनों कंपनियों का मालिकाना हक चीन की बीबीके इलेक्ट्रॉनिक्स (BBK Electronics) के पास है. Realme x50 Pro and iQoo 3 की कीमतों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि ये क्रमश: 37,999 और 36,999 रुपये हो सकती है. Realme ने सबसे पहले अपना कारोबार Oppo के सब ब्रांड के तौर पर शुरू किया था, बाद में यह कंपनी एक स्वतंत्र इकाई बन गई. जबकि, iQoo अब Vivo का सब ब्रांड है. Oppo और Vivo का मालिकाना हक भी BBK इलेक्ट्रॉनिक्स के पास ही है. वर्तमान में, भारतीय बाजार में सबसे अधिक स्मार्टफोन बेचने वाली कंपनियों की बात करें तो इसमें Oppo, Vivo और Realme टॉप 5 में शामिल हैं. मार्केट रिसर्च कंपनी काउंटर पाइंट ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है.

Wednesday 29 January 2020


नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित करने वाला पश्चिम बंगाल बना चौथा राज्य

पश्चिम बंगाल विधानसभा में पारित प्रस्ताव में केंद्र सरकार से इस क़ानून को रद्द करने के साथ एनआरसी को क्रियान्वित करने और एनपीआर को अपडेट करने की योजनाओं को निरस्त करने की भी अपील की गई है. इससे पहले केरल, पंजाब और राजस्थान में इस विवादास्पद क़ानून के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित किया जा चुका है.  

CAA के ख़िलाफ़ नाटक करने वाले स्कूली बच्चों पर देशद्रोह का केस दर्ज


CAA के ख़िलाफ़ नाटक करने वाले स्कूली बच्चों पर देशद्रोह का केस दर्ज

कर्नाटक पुलिस ने एक स्कूल में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ नाटक का मंचन होने के बाद स्कूली बच्चों और प्रबंधकीय टीम के ख़िलाफ़ राजद्रोह का केस दर्ज किया है.
NO CAA - NO NRC

अंग्रेजी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस में छपी ख़बर के मुताबिक़ पुलिस ने इस मामले में नीलेश रक्षयाल नाम के एक व्यक्ति की शिकायत पर बच्चों और स्कूल प्रबंधकों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा-124A और 504 के तहत केस दर्ज किया है.
वहीं स्कूल की ओर से बताया गया है कि ये नाटक कक्षा चार के बच्चों की ओर से देश की वर्तमान हालत को बयाँ करते हुए बनाया गया था.

Thursday 23 January 2020

CAA असंवेधानिक


CAA असंवेधानिक कांगे्रस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को खुली चुनौती

Kapil Sibal


भारतीय संविधान के अनुसार 26 जनवरी 1950 में जब हिन्दुस्तान रिपब्लिक बना, भारतीय सीटीजनषिप एक्ट के आधार पर किसे नागरिकता मिलनी चाहिये। ये भारत के संविधान में लिखा हुआ है, जो लोग ब्।। का सर्मथन कर रहे है, चाहे वो देष के प्रधानमंत्री हो, गृह मंत्री या देष के आम नागरिक, षायद उन्होंने भारत के संविधान को नहीं पढ़ा है।

भारतीय सिटीजनषिप एक्त के अनुसार निम्न पांच आधार पर नागरिकता मिलती है।

1.  पैदाइस के आधार पर : भारतीय सीटीजनषिप एक्ट के अनुसार अगर कोई व्यक्ति भारत में पैदा होता है तो उसको यहा कि नागरिकता मिल जाती है। चाहे वो किसी भी धर्म में पैदा हो, हिन्दु पैदा हो, क्रिसचियन पैदा हो, बौध पैदा हो, जैन पैदा हो, सिख पैदा हो, चाहे मुस्लिम पैदा हो, धर्म से कोई मतलब नही ।

2. माता पिता कि पैदाइस के आधार परः   अगर किसी के माता-पिता यहां पैदा हो तो उसे भी नागरिकता मिल जयेगी। चाहे उसके माता पिता किसी भी धर्म में पैदा हो, हिन्दु पैदा हो, क्रिसचियन पैदा हो, बौध पैदा हो, जैन पैदा हो, सिख पैदा हो, चाहे मुस्लिम पैदा हो, धर्म से कोई मतलब नही ।

3. नेचरूलाइजेषनः अगर कोई भी व्यक्ति यहां 11 साल रह चुका है, उसे भी नागरिकता मिल जायेगी। चाहे वो व्यक्ति किसी भी धर्म से हो, हिन्दु हो, क्रिसचियन हो, बौध हो, जैन हो, सिख हो, चाहे मुस्लिम हो, धर्म कोई आधार नही।

4.  रजिसटेªषन के आधार पर: अगर कोई व्यक्ति ऐपलिकेषन देता है कि मुझे भारत का सिटीजन बनना है, तो वो भी भारत का सिटीजन बन सकता है, वो किसी भी धर्म का हो सकता है, धर्म कोई आधार नही ।

5.  टेरिसटेरियल इनकोरपोरेषन के आधार पर: जैसे पहले गोवा भारत का अंग नहीं था, लेकिन जब भारत में विलय हुआ तो जो भी गोवा में रहते थे, वो सब भारत के नागरिक होगे, वो कोई भी हो सकते है, हिन्दु हो सकते है, क्रिसचियन हो सकते है, बौध हो सकते है, जैन हो सकते है, सिख हो सकते है, मुस्लिम हो सकते है, धर्म कोई आधार नही।


Wednesday 22 January 2020

BJP पहले ही चुनाव हार चुकी है... दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बॉलीवुड एक्टर का ट्वीट,


BJP पहले ही चुनाव हार चुकी है...

दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बॉलीवुड एक्टर का ट्वीट,

दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) को लेकर बॉलीवुड ने ट्वीट किया है, जिसने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी हैं.

narendra modi

नई दिल्ली
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है. देश की राजधानी में जहां 8 फरवरी को मतदान होना है तो वहीं चुनाव परिणाम 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. इस बार दिल्ली में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की AAP और बीजेपी (BJP) में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर हाल ही में बॉलीवुड एक्टर कमाल आर खान (Kamaal R Khan) ने ट्वीट किया है, जिसने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी हैं. कमाल आर खान ने अपने ट्वीट के जरिए दिल्ली विधानसभा चुनाव पर अपनी राय पेश की है, साथ ही उन्होंने बताया कि इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी पहले ही हार चुकी है
कमाल आर खान (Kamaal R Khan) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2020) पर अपने विचार साझा करते हुए ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, "बीजेपी का कोई भी बड़ा नेता दिल्ली में केजरीवाल के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रहा है. इसका मतलब यह है कि बीजेपी पहले ही दिल्ली विधानसभा चुनाव हार चुकी है. क्योंकि, जो डर गया, समझो मर गया." बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जहां आम आदमी पार्टी (AAP) ने सभी 70 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं तो वहीं कांग्रेस ने केवल 66 सीटों पर अपने प्रत्याशी दिए हैं और बाकी की चार सीटें अपनी सहयोगी पर्टी RJD के लिए छोड़ी है. वहीं बीजेपी (BJP) ने 67 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है और 3 सीट अपने सहयोगी JDU और LJP के लिए छोड़ी हैं.